वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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अफ़्रीका

डीआरसी में एमपॉक्स संक्रमण फैलाव के मामलों में ख़ासी वृद्धि देखी गई है.
© UNICEF/Jospin Benekire

UNHCR: अफ़्रीकी देशों में एमपॉक्स की रोकथाम के लिए $2.14 करोड़ की अपील

संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों की एजेंसी – UNHCR ने अफ़्रीका क्षेत्र में एमपॉक्स आपदा से प्रभावित देशों में जबरन विस्थापित लोगों और शरणार्थियों को मुहैया कराई जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर बढ़ाने के लिए, लगभग सवा दो करोड़ डॉलर की रक़म जुटाने के लिए अपील जारी की है.

सूडान में आन्तरिक विस्थापितों के लिए एक अस्थाई आश्रय स्थल पर एक महिला खाना पका रही है.
© UNOCHA/Ala Kheir

सूडान को 'दुस्वप्न' से निकालने के लिए, वैश्विक समुदाय से ठोस क़दम उठाने की पुकार

सूडान में पिछले 16 महीनों से जारी युद्ध के कारण देश की स्वास्थ्य व्यवस्था लगभग ध्वस्त होने के कगार पर है, और यहाँ आम नागरिक संकटों के एक ऐसे तूफ़ान से जूझ रहे हैं, जिन्हें दुनिया नज़रअन्दाज़ कर रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने रविवार को लाल सागर में स्थित पोर्ट सूडान शहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान मौजूदा हालात पर गहरा क्षोभ प्रकट किया है.

सूडान में परस्पर विरोधी सैन्य बलों के बीच हिंसक टकराव के दौरान, बड़े पैमाने पर यौन हिंसा को अंजाम दिए जाने के आरोप सामने आए हैं.
© UNICEF/Adriana Zehbrauskas

सूडान: मानवाधिकार हनन मामले रोकने के लिए, हथियारों की ख़रीद-फ़रोख़्त पर पाबन्दी की मांग

सूडान में हिंसक टकराव व यौन हिंसा पर लगाम कसने के लिए हथियारों की ख़रीद-फ़रोख़्त पर पाबन्दी लगाने का आग्रह किया गया है. देश में जारी युद्ध के दौरान मानवाधिकार हनन मामलों की जाँच के लिए गठित एक स्वतंत्र मिशन ने क्षोभ व्यक्त किया कि परस्पर विरोधी सैन्य बलों ने दंडमुक्ति की भावना के साथ अपराधों को अंजाम दिया है, जिनमें से अनेक को अन्तरराष्ट्रीय अपराधों की श्रेणी में रखा जा सकता है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (बाएँ), चीन के राष्ट्रपित शी जिनपिंग (मध्य) और चीन की प्रथम महिला पेंग लियुआन (दाएँ) के साथ.
UN Photo/Zhao Yun

चीन -अफ़्रीका में साझेदारी के लिए, यूएन महासचिव ने जताया समर्थन

चीन और अफ़्रीका के साझा प्रयासों के फलस्वरूप अफ़्रीकी महाद्वीप पर विकास को नई गति प्रदान की जा सकती है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने बीजिंग में गुरूवार को चीन-अफ़्रीका सहयोग शिखर बैठक पर आयोजित फ़ोरम को सम्बोधित करते हुए यह बात कही है.

बुरकिना फ़ासो में आम नागरिकों के विरुद्ध हमलों में उछाल दर्ज किया गया है.
© UNICEF/Frank Dejongh

बुरकिना फ़ासो में जघन्य आतंकी हमले की कठोर निन्दा

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने पश्चिम अफ़्रीकी देश, बुरकिना फ़ासो में पिछले सप्ताहांत हुए आतंकवादी हमले की कठोर निन्दा की है. बरसालोघो क्षेत्र के बुरकिनाबे नगर में हुए इस हमले में कम से कम 200 लोगों की जान गई है और 140 अन्य घायल हुए हैं.

सूडान में हैज़ा फैलाव ने एक बड़ी आबादी के लिए गम्भीर स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न कर दिया है.
Zam Zam ERR

युद्धग्रस्त सूडान में हैज़ा ने खड़ी कीं नई चुनौतियाँ

युद्धग्रस्त सूडान में हैज़ा के दूसरे संक्रमण ने मानवीय सहायता एजेंसियों के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी है. देश में पहले से ही 16 महीने से जारी युद्ध के कारण संकटपूर्ण हालात को, बाढ़ और अन्य कठिनाइयों ने और भी बदतर बनाया है.

अफ़्रीका क्षेत्र में लाखों प्रवासी जन भी एमपॉक्स के संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं, जिन्हें इस महामारी से बचाने के लिए, व्यापक मुहिम चलाई गई है.
© UNICEF Ethiopia/Mulugeta Ayen

IOM: एमपॉक्स पर क़ाबू पाने की मुहिम के लिए, $1.85 करोड़ राशि की अपील

अफ़्रीका के अनेक क्षेत्रों में एमपॉक्स के फैलाव ने प्रवासियों में संक्रमण का जोखिम बढ़ा दिया है, जिस कारण उनमें संक्रमण मामलों के उछाल को रोकने के लिए, बहुत अहम स्वास्थ्य देखभाल और अन्य तरह के समर्थन की ज़रूरत है.

लीबिया अनेक वर्षों से राजनैतिक अस्थिरता का शिकार रहा है, जिसमें अनेक लोग प्रभावित हुए हैं.
© UNOCHA/Sebastian Brandt

लीबिया: बढ़ती अस्थिरता स्थिति को बदलने की ज़रूरत

लीबिया में सभी प्रतिद्वन्द्वी गुटों ने हाल के समय में जो इकतरफ़ा कार्रवाइयाँ की हैं उनसे राजनैतिक व आर्थिक स्थिरता की स्थिति तेज़ी से ख़राब हुई है और असुरक्षा भी बढ़ी है, जिसने बातचीत पर आधारित एक राजनैतिक समाधान के प्रयासों को और भी अधिक जटिल बना दिया है.

अफ़्रीका क्षेत्र में एमपॉक्स के तेज़ फैलाव पर क़ाबू पाने की कोशिशें की जा रही हैं.
© WHO/Katson Maliro

एमपॉक्स: इस नई स्वास्थ्य आपदा के बारे में कुछ अहम जानकारी

अफ़्रीका में एमपॉक्स के वायरस के तेज़ फैलाव को देखते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे हाल ही में अन्तरराष्ट्रीय चिन्ता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा घोषित किया है. मगर एमपॉक्स क्या है, यह मूल रूप से कहाँ से फैली और दुनिया इस ख़तरे का मुक़ाबला किस तरह कर सकती है.

लगभग एक दशक से युद्धग्रस्त यमन में, यूएन एजेंसियाँ विभिन्न तरह की सहायता मुहैया करा रही हैं.
जिन 60 से अधिक लोगों को बन्दी बनाया हुआ है, वो सभी यमनी नागरिक हैं. उनमें 13 यूएन स्टाफ़ और सिविल सोसायटी के सदस्य, स्थानीय और अ

यमन में बन्दी यूएन स्टाफ़ व अन्य लोगों की तुरन्त रिहाई का आग्रह

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने, यमन के हूथी विद्रोहियों से, यूएन स्टाफ़, मानवीय सहायता कर्मियों, कूटनैतिक कर्मचारियों और अन्य लोगों को तुरन्त और बिना शर्त रिहा कर दिए जाने का आग्रह किया है. इन लोगों को दो महीने से भी अधिक अवधि से बन्दी बनाया हुआ है.